Sexual Health : कम उम्र में ही महिलाओं में क्यों घट जाती है ‘संबंध’ बनाने की इच्छा?

Healthy Hindustan
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क्या हैं महिलाओं में कामेच्छा की कमी के कारण?

बढ़ती उम्र में तो संबंध बनाने (सेक्स) (sex) में कमी की इच्छा सामान्य है, लेकिन कम उम्र में अगर ऐसा होता है तो यह ठीक नहीं। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में कम उम्र की महिलाओं यहां तक कि 30 साल की महिलाओं में भी सेक्स को लेकर अरुचि की शिकायतें सामने आने लगी हैं। हालांकि यौन इच्छाओं (sex) में कमी के मामले 18 साल से 59 साल की हर तीन में से एक महिला में देखा जाने लगा है, जो सामान्य नहीं है।  


मेडिकल की भाषा में इसे हाइपोएक्टिव सेक्सुअल डिसआर्डर (Hypoactive Sexual Desire Disorder) (HSDD) कहा जाता है। बोलचाल की भाषा में इसे फ्रिजिडिटी या ठंडा हो जाना भी कहा जाता है। यह एक ऐसा अवस्था है जिसमें महिलाएं यौन उत्तेजना महसूस नहीं करतीं। साथी के स्पर्श और प्रेम प्रदर्शन का उस पर असर नहीं पड़ता। ऐसे में सेक्स के दौरान भी महिलाओं की इसमें रुचि नहीं रहती। महिलाओं में सेक्स की इच्छा में कमी (Causes of Low Libido In Women) के कई कारण हैं।  
महिलाओं में सेक्स की इच्छा में कमी के कारण  

• शारीरिक  
• मानसिक  
• व्यावहारिक
• पारिवारिक
 
टेंशन से भरी लाइफस्टाइल (तनाव भरी जीवनशैली), खराब खानपान (unhealthy eating), बीमारियां और कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम (immune system) को महिलाओं में सेक्स की इच्छा में कमी की बड़ी वजह माना गया है। इन सबका साझा असर बार बार आपा खो देना, चिड़चिड़ापन, गुस्सा और साथी (partners) के बीच मनमुटाव के रूप में सामने आता है। इससे कपल्स के बीच तालमेल की कमी होती है और फिजिकट इंटीमेसी में भी कमी आ जाती है, जो कामेच्छा में कमी (libido meaning in hindi) की वजह बनता है।  

महिलाओं की कामेच्छा पर किसका असर?  
• हार्मोंन्स की गड़बड़ी  
• नींद में कमी
• स्ट्रेस  
• तनाव  
• घर, दफ्तर के काम का तनाव
• थकान
• पारिवारिक जिम्मेदारियां
• पार्टनर से झगड़ा
• घरेलू कलह  
• खून की कमी (एनिमिया)
• गर्भवती होने का डर  
• शराब, ड्रग्स का ज्यादा सेवन
• मुंह या शरीर की बदबू
 
संबंध बनाने की इच्छा में कमी (causes of low libido in women) के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें एक वजह शारीरिक (physical) हो सकती है। इसमें घर या दफ्तर के काम की वजह से थकान बड़ी वजह देखी गई है। घर के काम की वजह से कई बार नींद में कमी आ जाती है, जो संबंध बनाने की इच्छा को कम या खत्म कर देती है। सुकून की नींद जिसमें कम से कम 7 से 8 घंटे की भरपूर नींद आती है, सेक्स के प्रति रुचि जगाती है और महिलाओं को ऊर्जावान (energetic) बनाए रखती है। पूरी नींद से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर आ जाते हैं और कोशिकाओं को भी नई ऊर्जा मिलती है। कई बार पुरुषों की तंबाकू या शराब की लत की वजह से भी महिलाएं संबंध बनाने से हिचकती हैं। पुरुषों के शरीर से आने वाली बदबू से पनपी दूरी धीरे धीरे कामेच्छा में कमी में बदल जाती है।  
 

हार्मोंस में गड़बड़ी भी महिलाओं में कामेच्छा में कमी की बड़ी वजह है। जिस हार्मोन के स्राव से महिलाओं में यौन इच्छा जगती है, वह अगर कम हो जाए तो ऐसा होता है। गर्भवती होने से बचने के लिए ली जाने वाली कई दवाइयां हार्मोन पर असर डालती हैं।  


 मानसिक वजह में तनाव, ड्रिपेशन सबसे अहम है जो घर या दफ्तर की वजह से हो सकता है। तनाव और ड्रिपेशन का सीधा असर सेक्स लाइफ (sex life) और सेक्सुअल हेल्थ (sexual health) पर पड़ता है। बिना पसंद की शादी होने पर भी कामेच्छा में कमी बनी रहती है।  


 हिन्दुस्तान में ज्यादातर महिलाएं खून की कमी (एनिमिया) की चपेट में हैं। शरीर में आयरन की कमी से खून की कमी होती है। आयरन की कमी से सुस्ती बढ़ती है और इससे कामेच्छा पर असर पड़ता है। इसके अलावा पीरियड्स के दिनों में भी आयरन की कमी हो जाती है, जिससे जननांगों में ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरह से नहीं होता। इसका सीधा असर संबंध बनाने की इच्छा (कामेच्छा) पर पड़ता है। यह कामेच्छी में कमी की व्यावहारिक वजह है।  

महिलाओं में सेक्स की इच्छा की कमी पारिवारिक वजहों से भी आती है, जिसकी वजह घरेलू झगड़े या घर का तनाव है। आपसी मतभेद, लड़ाई-झगड़े, बच्चों को लेकर कहासुनी ऐसी वजहें हैं जिसकी वजह से पार्टनर्स के बीच दूरी बढ़ जाती है। ऐसा लंबे समय तक होने से इसका असर संबंध बनाने की इच्छा पर पड़ता है। कई बार पारिवारिक जिम्मेवारियों का बोझ ही सबसे बड़ी बाधा साबित होता है। मसलन सुबह बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करने,

उन्हें स्कूल भेजने से लेकर पति और सास-ससुर की सेवा में देर रात तक काम करने की मजबूरी इसकी बड़ी वजह है।  
 
ऐसी दवाइयां जिनसे कम होती है कामेच्छा    
         
• एंटीडिप्रेसेंट दवाएं
• ब्लड प्रेशर की दवाएं
• गर्भनिरोधक गोलियां
 
वैसे, मेनोपॉज के बाद महिलाओं में कामेच्छा की कमी आम है। पीरियड्स बंद होने के बाद कई महिलाओं में सेक्स की इच्छा में कमी देखी गई है। इसकी वजह भी हार्मोंस का असंतुलन ही है। बढ़ती उम्र में योनि (vagina) का सूखापन और एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में बदलाव से महिलाओं के लिए सेक्स का अनुभव दर्दनाक हो जाता है। दर्द का डर भी कामेच्छा में कमी की बड़ी वजह है। इनके अलावा कुछ बीमारियां हैं जो महिलाओं की कामेच्छा को कम करती हैं।
संबंध बनाने की इच्छा को कम करने वाली बीमारियां  
• डिप्रेशन  
• एंडोमेट्रियोसिस
• फाइब्रॉएड  
• थायरॉयड
 
वजह जो भी हो, जैसे ही कामेच्छा कम होने लगे तो दोनों पार्टनर को मिल-बैठकर शांति से इस पर विचार करना चाहिए ताकि असली वजह की पहचान की जा सके। जरूरत पड़ने पर किसी सायकायट्रिस्ट से बात करने पर हिचकना नहीं चाहिए और न ही डॉक्टर से शर्म या झिझक की वजह से कोई बात छुपानी चाहिए।  
 
ऐसे रखें कामेच्छा को बरकरार  

• स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं    
• आहार में सुधार करें
• नियमित व्यायाम करें
• पर्याप्त नींद लें
• पार्टनर के साथ खुशनुमा माहौल बनाकर रखें  
• शराब पीना बंद करें
• तनाव कम करें
• तनाव या डिप्रेशन की स्थिति में डॉक्टर से इलाज कराएं
• कामेच्छा पर खास दवा का असर है तो डॉक्टर से बात करें  
• मनोवैज्ञानिक थेरैपी से भी इलाज मुमकिन

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