Cervical Cancer : सर्वाइकल कैंसर से डॉली सोही की जंग जारी, ऐसे करें जानलेवा बीमारी से बचाव!

मॉडल और अभिनेत्री पूनम पांडेय के ‘गंदे स्टंट’ के बाद सर्वाइकल कैंसर फिर चर्चा में है। इस बार चर्चा की वजह सर्वाइकल कैंसर (बच्चेदानी के मुंह का कैंसर) से लड़ रहीं पॉपुलर टीवी एक्ट्रेस डॉली सोही हैं, जिन्हें सांस लेने में तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

Healthy Hindustan
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बीते साल नवंबर से सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) का इलाज करा रहीं टीवी एक्ट्रेस डॉली साही (Dolly Sohi) फिर अस्पताल में हैं। कोमीथैरेपी के दर्द भरी प्रक्रिया से गुजर रहीं डॉली सोही को सांस लेने में तकलीफ के बाद मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ गई। बीमारी से बहादुरी से लड़ रही डॉली का सच सामने आने के बाद सर्वाइकल कैंसर पर नए सिरे से चर्चा शुरू हो गई।

एक्ट्रेस डॉली सोही कलश, हिटलर दीदी, देवों के देव महादवे समेत कई हिट टीवी शो में काम कर चुकीं हैं। कीमोथैरेपी (chemotherapy) की वजह से वह बहुत कमजोर महसूस कर रही थीं और इसी वजह से उन्हें एक शो ‘झनक’ को बीच में ही छोड़ना पड़ा। लेकिन अपने जज्बे से डॉली सर्वाइकल कैंसर को मात देने में लगी हैं।

भारतीय महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer in Indian women)

डॉली दुनिया की पहली महिला नहीं जो सर्वाइकल कैंसर की चपेट में आईं। आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में ही भारत में 1 लाख 23 हजार 907 सर्वाइकल कैंसर के मामले सामने आए थे। इनमें 77,348 महिलाओं की इस बीमारी ने जान ले ली। दुनिया में होने वाले हर पांच सर्वाइकल कैंसर के मरीजों में एक भारत में है और पूरे एशिया में भारत में सबसे ज्यादा महिलाऐं इस बीमारी की चपेट में हैं। लांसेट की स्टडी के मुताबिक 2022 में दुनियाभर में सर्वाइकल कैंसर के कुल 6 लाख 4 हजार 127 मामले दर्ज हुए, जिनमें 21 प्रतिशत भारत के थे। इसी वजह से भारत सरकार ने महिलाओं को फ्री वैक्सिन लगाने की घोषणा की है।

दुनिया में सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer in the world)

वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड के मुताबिक साल 2020 में सर्वाइकल कैंसर से सबसे ज्यादा मौत अफ्रीका के एक छोटे से देश इस्वातिनी में हुई। साल 2020 में सर्वाइकल कैंसर ने इस देश में 341 महिलाओं की जान ली। ज्यादातर मामलो में देखा गया कि यौन संबंध बनाते समय सफाई के अभाव में इस कैंसर ने जन्म लिया। सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा शिकार निम्न और मध्यम आय वाले देश हो रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक सर्वाइकल कैंसर से होने वाली 3,42,000 मौतों में 90 प्रतिशत महिलाएं निम्न और मध्यम आय वाले देशों से थीं।

सर्वाइकल कैंसर की वजह (Causes of cervical cancer)

सर्वाइकल कैंसर ज्यादातर सेक्सुअल इंटरकोर्स की वजह से फैलता है। यह कैंसर कोख या गर्भाशय के निचले हिस्से जिसे सर्विक्स कहते हैं, उसकी ऊपरी सेल्स को प्रभावित करता है। ये सर्विक्स ऊपर कोख से तो नीचे सीधा वजाइना से जुड़ा होता है, जिसकी वजह से सबसे ज्यादा खतरा सेक्सुअल इंटरकोर्स के माध्यम से इसे होता है। इस कैंसर के लिए ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) (एचपीवी) जिम्मेदार है। यह वायरस सेक्स के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से दाखिल होकर धीरे-धीरे फैलने लगता है।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण (Cervical Cancer symptoms)

सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षण असामान्य रक्तस्राव हो सकता है। सर्वाइकल कैंसर के मरीजों में बच्चेदानी के मुख पर जख्म होने की वजह से कभी भी रक्तस्राव होने लगता है। सामान्यतः शुरुआती लक्षण अत्यधिक बदबूदार सफेद पानी का रिसाव, दो माहवारियों के बीच में स्पॉटिंग या अनियमित माहवारियों के रूप में होते हैं।
पैर में दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द भी सर्वाइकल कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। आमतौर पर ऐसे लक्षण सर्वाइकल कैंसर के बाद उभरते हैं। बार-बार पेशाब आना या ऐसा महसूस होना कि आपको हमेशा जाना है, इस बीमारी से जुड़े लक्षण हैं। ऐसे लक्षण अगर एक सप्ताह से अधिक समय तक रहे तो बिना देरी के डॉक्टर को दिखाना चाहिए। सर्वाइकल कैंसर की चपेट में आने पर भूख में कमी, वजन कम होने जैसे लक्षण भी दिखने लगते हैं।

सर्वाइकल कैंसर से बचाव (Cervical cancer prevention)

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल कहते हैं कि गर्भ निरोधकों के प्रयोग से बहुत हद तक एचपीवी (HPV) के खतरे को कम किया जा सकता है। लेकिन सर्वाइकल कैंसर पर रोकथाम का सबसे प्रभावी उपाय टीकाकरण यानी वैक्सिनेशन है। नौ साल से 14 साल तक की बच्चियों को टीके की दो खुराक और इससे ज्याद उम्र वालों के लिए टीके की तीन खुराक बीमारी को रोकने में कारगर साबित होगी। इसके अलावा, स्कूल-कॉलेज के स्तर से ही इसकी जांच और बीमारी होने पर रेडियोथैरेपी से इसका इलाज संभव है।

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