मशहूर शायर क़तील शिफ़ाई का एक शेर है
आख़री हिचकी तिरे ज़ानूं पे आए
मौत भी मैं शाइराना चाहता हूं
कल्कि पुराण में मौत से पहले के कई लक्षणों का जिक्र है, जिनमें एक हिचकी भी है। इसमें लिखा गया है- यदि किसी व्यक्ति को मूत्र करने के दौरान लगातार हिचकी आती है और बिना किसी वजह के वह चीजों का स्वाद या गंध महसूस नहीं कर पाता है, तो उसकी मौत निकट है। कई फिल्मों में मरने से पहले हिचकी लेने के दृश्य भी दिखाए जाते रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हिचकी का संबंध बीमारी से है या फिर उस आम धारणा से जिसमें हिचकी को किसी और व्यक्ति की तरफ से याद किए जाने से जोड़कर देखा जाता है। आखिर हिचकी के बारे में मेडिकल साइंस क्या कहता है?
मेडिकल साइंस के मुताबिक आम तौर पर हिचकी आना शरीर की एक प्रक्रिया है, जो कुछ खास वजहों से आती है। सामान्य तौर पर कभी-कभार हिचकी आना खतरनाक नहीं।
हिचकी क्यों आती है?
हिचकी का संबंध सांस से है। शरीर के डाइजेशन या रेस्पिरेट्री सिस्टम में गड़बड़ी और ज्यादा हलचल होने से हिचकी शुरू होती है। पेट और फेफड़ों के बीच स्थित डायफ्राम और पसलियों की मसल्स में कॉन्ट्रक्शन (संकुचन) होने से हिचकी आती है। जब आप सांस लेते हैं तो डायफ्राम इसे नीचे की ओर खींचता है और सांस छोड़ने पर यह आराम की स्थिति में वापस आ जाता है। डायफ्राम के सिकुड़ने से फेफड़े तेजी से हवा खींचने लगते हैं जिससे व्यक्ति को हिचकी आने लगती है। हिचकी का संबंध पेट से भी है। अगर खाना अधिक खा लें तो पेट बहुत ज्यादा फूल जाता है, जो हिचकी की वजह बनता है।
क्यों आती है 'हिच' की आवाज?
डायफ्राम के आसपास की मांसपेशियों में ऐंठन हवा के बुलबुले पैदा करती है। जब हवा के बुलबुले भागने की कोशिश करते हैं, तो वे वॉइस बॉक्स पर एक हिट लेते हुए सीधे मुंह तक जम्प करते हैं, जिससे 'हिच' जैसी आवाज आती है।
हिचकी आने के सामान्य कारण
• बहुत अधिक या बहुत जल्दी खाना
• नर्वस या एक्साइटेड महसूस करना
• अधिक मसालेदार खाना
• गले में कुछ अटक जाना
• एसिड रिफ्लक्स
• कार्बोनेटेड ड्रिंक्स या शराब का अधिक सेवन करना
• तनाव
• तापमान में अचानक बदलाव
• कैंडी या च्युइंगगम चूसते समय हवा निगलना
लेकिन कई बार हिचकी आने की कुछ गंभीर वजहें भी हो सकती हैं। गंभीर वजहों की पहचान हिचकी के बार बार और लंबे समय तक आने से है।
नर्व डैमेज
लम्बे समय तक हिचकी आना वेगस वेन्स फ्रेनिक वेन्स के डैमेज होने का मैसेज हो सकता है। इन नसों के डैमेज होने से कई तरह की परेशानियां हो सकती है।
सेंट्रल नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर
इम्यून सिस्टम में ट्यूमर या इंफेक्शन के कारण सेंट्रल नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचता है तब हिचकी भी आ सकती है।
मेटाबॉलिक डिसऑर्डर
लंबे समय तक हिचकी आने के कई कारण हो सकते है जैसे शराब ज्यादा पीना, शुगर या किडनी से जुड़ी बीमारी।
किन गंभीर बीमारियों की वजह हिचकी?
• किडनी फेलियर
• एन्सेफलाइटिस
• ब्रेन ट्रॉमा
• स्ट्रोक
• नर्व डैमेज
• ब्रेन ट्यूमर
• मेटाबॉलिक समस्या
• न्यूमोनिया
• थायरॉइड ग्रंथि का ओवर-रिएक्शन
कई बार दवाओं के साइफ इफैक्ट की वजह से भी हिचकी आती है। पेट, छाती की सर्जी, हार्ट और किडनी से जुड़ी बीमारियों की दवाई, निकोटीन गम या मिर्गी की दवाओं के सेवन का एक साइड इफेक्ट भी हिचकी की वजह बनता है। अगर ये दो दिन से ज्यादा चले तो किसी गंभीर बात का संकेत हो सकता है। इसके अलावा यदि आपकी हिचकी के बाद चक्कर आना, सिरदर्द, या शरीर का बैलेंस बिगड़ने जैसे लक्षण दिखे तो फौरन डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

हिचकी से दर्द क्यों होता है?
डायफ्राम की मांसपेशियों के कारण ऐंठन और अचानक हवा के बुलबुले बनने से दर्द शुरू होता है। किसी को छाती और गले में हल्का दर्द हो सकता है। लेकिन ऐसे मामलों में जहां ऐंठन कई दिनों तक रहती है, दर्द बहुत ज्यादा परेशान कर सकता है जो आपके दैनिक जीवन की गतिविधियों जैसे खाने, सोने आदि में बाधा उत्पन्न कर सकता है। लंबे समय तक चलने वाली ऐंठन अन्य जुड़ी हुई मांसपेशियों को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे दर्द और भी बुरा भी हो सकता है।
हिचकी के ज्यादातर मामले बिना किसी इलाज के अपने आप ठीक हो जाते हैं। मामला अगर गंभीर न हो तो हिचकी से छुटकारा पाने के कुछ घरेलू नुस्खे हैं।
हिचकी से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे
• एक चम्मच शक्कर मुंह में डालकर चूसें
• इलायची मिलाकर उबाले गए पानी पीने से भी हिचकी बंद होती है
• नमक मिले हुए पानी पीने से भी हिचकी में फायदा होता है
• नींबू और शहद को मिलाकर चाटने से रह-रह का आने वाली हिचकियां रुक सकती हैं
• एक छोटा नींबू का टुकड़ा मुंह में रखकर चूसने से भी हिचकी में फायदा हो सकता है
• हिचकी आने पर गहरी सांस लेकर कुछ देर तक रोकें फिर छोड़ें और ऐसा कई बार दोहराएं
• काली मिर्च और मिश्री को कूटकर एक साथ खाने से भी हिचकी खत्म हो सकती है
• थोड़ा-सा बर्फ लेकर उसे कुचल कर खाने से भी हिचकी में राहत मिलती है
• थोड़ा सा चॉकलेट पाउडर फांकने से भी हिचकियां बंद होंगी
• अदरक का एक टुकड़ा मुंह में डाल कर चूसें, हिचकी बंद हो जाएगी
अगर इन उपायों से हिचकी बंद हो जाए तो आपके लिए एक शेर है-
कहीं बैठी वो मेरा जिक्र कर मुस्कुरा रही होगी,
ये हिचकी शाम से यूं ही तो नही आ रही होगी
पहली बार हिचकी के बारे में पूरी जानकारी मिल सकी. धन्यवाद
Sahi baat pehle se mai v nhi janti thi…thanku so much sir…..aapka likha hua bahut kaam ka rahta hai….etna achha rahta hai ki mai bahut ligo ko send krti hu takki mere alawa or v logo padhe or apna gayan badhaye.