ICMR यानी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च। है तो ये भारत की संस्था, लेकिन रिसर्च के क्षेत्र में दुनिया में इस संस्था की बड़ी इज्जत है। इस संस्था ने एक दूसरी बड़ी संस्था नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च (NCDIR) के साथ मिलकर एक स्टडी की। और जब इसका नतीजा आया तो भारत के तमाम सेहत की दुनिया के दिग्गजों, स्वास्थ्यकार्यकर्ता और डॉक्टर हक्के-बक्के रह गए। इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में छपी इस स्टडी का लब्बोलुआब ये है कि भारत में हर 9 में एक व्यक्ति को कैंसर होने का खतरा है और ये खतरा बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं यानी सबको है।
इस स्टडी के मुताबिक 2022 में 14.6 लाख लोग कैंसर की चपेट में आए जिसमें 2025 तक 12.8% की बढ़ोतरी होने का अंदेशा है। ये आंकड़े भयावह हैं। 2022 तक जिस तरह के कैंसर हुए उनमें पुरुषों में सबसे ज्यादा लंग और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर रहे।
“भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के अनुसार, 2020 में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा भारत में कैंसर के मामलों की अनुमानित संख्या 13,92,179 थी और यह 2021 में बढ़कर 14,26,447 और 2022 में 14,61,427 हो गई। भारत में कैंसर के कारण अनुमानित मृत्यु दर 2020 में 7,70,230 थी और यह 2021 में बढ़कर 7,89,202 और 2022 में 8,08,558 हो गई।”
मनसुख मांडविया, स्वास्थ्य मंत्री
भारत में लंग कैंसर की बड़ी वजह स्मोकिंग है। स्मोकिंग छोड़कर लंग कैंसर पर बहुत हद तक काबू पाया जा सकता है, लेकिन बड़ा खतरा ब्रेस्ट कैंसर है, जिसके लिए जागरुकता कहीं ज्यादा जरूरी है। ब्रेस्ट कैंसर के मामले पढ़े-लिखे वर्ग और समृद्ध तबके में ज्यादा तेजी से बढ़े हैं। आप अपने शहर, मोहल्ले, दफ्तर या सगे-संबंधितों में भी ब्रेस्ट कैंसर के कई मामले पाए होंगे।
कुछ महीने पहले फिल्म अभिनेत्री महिमा चौधरी ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही थीं। इससे पहले मनीषा कोईराला ओवेरियन कैंसर की चपेट में आई थीं तो सोनाली बेंद्रे को मेटास्टैटिक कैंसर ने घेरा था। हिन्दी फिल्म उद्योग की कई बड़ी हस्तियां कैंसर की चपेट में आईं, जिनमें से कुछ की तो इस बीमारी की वजह से जान चली गई।
बॉलीवुड में किस किस को कैंसर
महिमा चौधरी : ब्रेस्ट कैंसर
किरण खेर : मल्टीपल माएलोमा
सोनाली बेंद्रे : मेटास्टैटिक कैंसर
लिजा रे : मल्टीपल माएलोमा
मनीषा कोईराला : ओवेरियन कैंसर
नरगिस दत्त : पैन्क्रियाटिक कैंसर
मुमताज : ब्लड कैंसर

यहां हम ब्रेस्ट कैंसर की बात करते हैं। हॉरमोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) दिए जाने के कारण ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क बढ़ता है। आमतौर पर मेनोपॉज के बाद होने वाले वजाइनल ड्राइनेस, हडि्डयों की कमजोरी और हॉट फ्लैशेज की वजह से महिलाओं को HRT दी जाती थी। पिछले कुछ साल में HRT को लेकर जागरूकता बढ़ी तो बेवजह इसे देने का चलन घटा।
कितना खतरनाक है ब्रेस्ट कैंसर?
• दुनियाभर की महिलाओं में होने वाले कुल कैंसर में 23% ब्रेस्ट कैंसर के मरीज
• दुनिया की 20 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को 2030 तक ब्रस्ट कैंसर होने का खतरा
• पुरुषों की तुलना में भारत की महिलाओं में कैंसर होने का खतरा ज्यादा
• ब्रेस्ट कैंसर से होने वाली मौत के ज्यादातर मामलों की वजह बीमारी का देर से पता चलना
• भारत में 46% ब्रेस्ट कैंसर के मामलों का पता एडवांस्ड स्टेज में चलता है
भारतीय महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत में ब्रेस्ट कैंसर सबसे ऊपर है। इसके बाद सर्वाइकल कैंसर और फिर ओवरी और लंग कैंसर आता है। ब्रेस्ट कैंसर की कुछ ऐसी वजहें हैं जिसे जानकर महिलाएं सावधानी बरत सकती हैं। जैसे, अगर मां अपने बच्चे को साल भर से ज्यादा वक्त तक ब्रेस्ट फीड (breast feed) कराए तो बच्चे के सेहत के लिए तो यह अच्छा है ही साथ ही इससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी बहुत हद तक टल जाता है। जो महिलाएं बच्चे को जन्म नहीं देतीं उनमें और जिन्हें बहुत कम उम्र में माहवारी (periods) शुरू हो जाती है, उनमें ये खतरा ज्यादा है। ज्यादा उम्र में मां बनने पर भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
कैंसर से बचने के लिए क्या करें महिलाएं?
• कैंसर की फैमिली हिस्ट्री हो तो 25 साल की उम्र के बाद कैंसर रोग विशेषज्ञ (oncologist) की सलाह लें
• मोटापा से बचें, वजन कम करें और स्मोकिंग-अल्कोहल से परहेज करें
• महिलाओं का BMI (बॉडी मास इंडेक्स) 25 से कम होना चाहिए
• बच्चेदानी के मुंह का कैंसर या सर्विक्स कैंसर से बचने के लिए वैक्सीन लगवाएं
• ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए सही उम्र में मां बनें और बच्चे को एक साल तक अपना दूध पिलाएं
असल में ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत तब होती है जब ब्रेस्ट में कोशिकाएं जरूरत से ज्यादा बढ़ने लगती है। ये ट्यूमर (गांठ) बनाती हैं, जिसकी पहचान छूकर या एक्सरे से की जा सकती है।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
• ब्रेस्ट में गांठ
• निप्पल के आकार या स्किन में बदलाव
• ब्रेस्ट का सख्त होना
• निप्पल से खून या लिक्विड का आना
• ब्रेस्ट में दर्द
• ब्रेस्ट या निप्पल पर स्किन का छिलना
• अंडर आर्म्स में गांठ