क्या दोस्त आपको मजाक में मुंगेरीलाल कहने लगे हैं? क्या पीठ पीछे आपके अपने आपको शेखचिल्ली कह कर पुकारते हैं? क्या आप दिन में भी ख्यालों में डूबे रहते हैं या आपको दिन में खुली आंखों से सपने देखने की आदत है? अगर ऐसा है तो ये आपके लिए फायदेमंद भी है और नुकसानदेह भी। एक ही आदत फायदेमंद और नुकसानदेह दोनों है, तो इसे आप क्या मानेंगे?
ब्रिटेन में Day Dreaming पर हुए एक रिसर्च के चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। इस रिसर्च में यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स भी शामिल हुआ। रिसर्च में दिन में सपने देखना यानी Day Dreaming को खतरनाक माना गया। इस रिसर्च में Day Dreaming का सीधा रिश्ता लोगों की परेशानी से जोड़ा गया। ब्रिटेन में हुए इस रिसर्च के मुताबिक दुनियाभर में 2.5 प्रतिशत यानी 20 करोड़ लोग Day Dreaming से गुजरते हैं। इसे मैलाडेप्टिव डे-ड्रीमिंग यानी ख्यालों में रहने का नशा कहते हैं। यानी ये एक लत है। इस स्थिति में लोग घंटों ख्यालों में डूबे रहते हैं।

Day Dreaming पर ही एक और रिसर्च हुआ, जिसमें बताया गया कि मैलाडेप्टिव डे-ड्रीमिंग करने वाले लोग जागते हुए अपने दिन का आधा समय ख्यालों में ही गुजार देते हैं। ऐसे लोग ख्यालों में ही अपनी परेशानियों का समाधान तलाशते हैं और अपनी जिम्मेदारियों को टालने लगते हैं। इस स्थिति में ऐसे लोगों का परिवार में रिश्ते कमजोर होने लगता है। अपनी Day Dreaming की आदत से लाचार होकर ऐसे लोग शर्मिंदगी महसूस करने लगते हैं, लेकिन वे खुद को चाहकर भी नहीं रोक पाते। उनकी नींद भी पूरी नहीं हो पाती।
रिसर्च का नतीजा
– दुनियाभर में 2.5% लोग यानी 20 करोड़ लोग Day Dreaming के शिकार
– आम आदमी 30% समय जागते हुए सपने देखने में बर्बाद कर देता है
– ख्याली दुनिया में लंबे समय तक बने रहना एक तरह की बीमारी
– Day Dreaming करने वाले अपने काम पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते
– ऐसे लोग पढ़ाई या दफ्तर के काम पर एकाग्रचित्त होकर काम नहीं कर पाते
– जिस काम में दिमाग नहीं लगाना पड़ता वैसा काम करते वक्त Day Dreaming आम
– कपड़े धोने या झाड़ू लगाते वक्त Day Dreaming की लत आम
Day Dreaming के क्या नुकसान?
– Day Dreaming की वजह से ADHD, एंग्जाइटी, डिप्रेशन जैसी बीमारी
– Day Dreaming की वजह से ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (OCD)
– ऐसे लोग अपने बारे में ज्यादा सोचते हैं और उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती
– ऐसे लोग अकेलापन के शिकार हो जाते हैं जिससे रिश्ते कमजोर हो जाते हैं
– Day Dreaming की आदत की वजह से लोग शर्मिंदा होने को मजबूर होते हैं
– इसकी बड़ी वजह अपनी जिम्मेदारियों को ठीक तरह से नहीं निभाना है

लेकिन Day Dreaming के केवल नुकसान ही नहीं हैं। हां, ये जरूर है कि इसके जितने खतरे हैं उसकी तुलना में फायदे कम हैं। अगर Day Dreaming की लत यानी इसका नशा नहीं है तो ये दुख को भुलाने में मददगार साबित होता है। रिसर्च के मुताबिक ये बोरियत और अकेलेपन को दूर करने का जरिया भी कई बार साबित हुआ है। कई बार इससे बड़े से बड़े आघात को आसानी से झेलने की ताकत मिलती है और इससे क्रिएटिविटी बढ़ाने के साथ ही बुरी यादों को भुलाना मुश्किल नहीं रह जाता।
Day Dreaming के क्या फायदे?
– दिन में सपने देखने वाले कई बार अच्छे विचारक बनते हैं
– दिन में सपने देखने वाले दूसरों के लिए सहानुभूति रखते हैं
– ऐसे लोगों का दिमाग विश्लेषण करने की क्षमता रखता है
– यह बोरियत दूर कर जीवन में रोमांच भी भरता है
– कल्पना से जुड़े तथ्यों और ताकतवर बनने की इच्छा से ज्यादा पाने की चाह होती है
– कई बार Day Dreaming याददाश्त में भी सुधार करता है
– दिन में सपने देखने वाले ज्यादा क्रिएटिव हो जाते हैं