सेहत के लिए चीनी और नमक कम खाने की सलाह दी जाती है। ज्यादा नमक खाने से होने वाली बीमारियां और नुकसान के बेहिसाब चर्चे सुनने को मिलते हैं, जो गलत भी नहीं। लेकिन शरीर में नमक कम होना भी कम खतरनाक नहीं। शरीर में नमक कम होने से कई तरह की गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है, जिनमें जान जाने तक का अंदेशा रहता है। मशहूर Actor और मार्शल आर्ट के महारथी ब्रूस ली की मौत के 49 साल बाद जो वजह सामने आई है, वह चौंकाने वाली है। एक रिपोर्ट में बताया गया कि ब्रूस ली की मौत की एक वजह शरीर में नमक कम होना भी था।
स्पेन के कुछ किडनी स्पेशलिस्ट की टीम ने ब्रूस ली की मौत की वजहों की स्टडी करने के बाद जो कुछ कहा वह सनसनीखेज है। यह स्टडी रिसर्च पेपर क्लिनिकल किडनी जर्नल में पब्लिश हुआ है।
ब्रूस ली की मौत की रिपोर्ट में क्या है?
- ब्रूस ली लिक्विड डायट लेते थे, जिसमें जूस और प्रोटीन ड्रिंक्स की मात्रा ज़्यादा होती थी
- ब्रूस ली मारियुआना का नशा भी करते थे, जिसकी वजह से उनको प्यास बहुत लगती थी
- इसी वजह से ब्रूस ली उस दौरान शरीर की ज़रूरत से बहुत ज़्यादा पानी पी रहे थे
- किडनी पर इतना अधिक दवाब था कि वो उनके शरीर में मौजूद अतिरिक्त पानी को बाहर नहीं निकाल पा रही थी
- किडनी स्पेशलिस्ट की टीम का कहना है कि इन सब वजहों से ब्रूस ली के ख़ून में सोडियम की मात्रा बहुत कम हो गई
- सायंस की भाषा में ऐसी स्थिति को हाइपोनैट्रीमिया कहते हैं
- जुलाई 1973 में जब 32 साल की उम्र में ब्रूस ली की मौत हुई थी तो डॉक्टरों ने इसकी वजह सेरेब्रल एडिमा यानी मस्तिष्क की सूजन बताया था
- अब नई स्टडी के मुताबिक ब्रूस ली के मस्तिष्क में सूजन की वजह हाइपोनैट्रीमिया ही था
किडनी रोग विशेषज्ञों का कहना है कि जब शरीर में लिक्विड की मात्रा बहुत अधिक या बहुत कम हो जाती है तो खून में भी सोडियम की मात्रा कम हो जाती है। इसका दिमाग पर बहुत बुरा असर पड़ता है। चूंकि सोडियम एक इलेक्ट्रोलाइट है जो शरीर की हर कोशिका में पानी को नियंत्रित करने का काम करता है और शरीर में बिजली के संचालन में मदद करने का काम भी इसी का है, इसलिए सोडियम के असंतुलन से सेहत पर गंभीर असर पड़ता है।
सोडियम की कमी से दो तरह के हाइपोनैट्रीमिया होते हैं। जब किसी के शरीर में सोडियम का स्तर 48 घंटे या उससे ज्यादा समय तक गिरता है तो उसे क्रोनिक हाइपोनैट्रीमिया कहा जाता है। दूसरी तरह के हाइपोनैट्रीमिया को एक्यूट हाइपोनैट्रीमिया कहा जाता है, जिसमें शरीर में सोडियम का स्तर अचानक और तेजी से गिरता है। ऐसा होने पर मस्तिष्क में तेज सूजन होता है, जिससे मरीज कोमा में जा सकता है। यही नहीं, ऐसी स्थिति में मरीज की मौत भी हो सकती है।
सोडियम रेगुलर ब्लड प्रेशर बनाए रखने में मदद करता है। यह शरीर के लिक्विड को संतुलित करने में तो मदद करता ही है, साथ ही मांसपेशियों और नर्वस सिस्टम को ऐक्टिव रखने में भी मदद करता है। डॉक्टरों के मुताबिक एक सामान्य व्यक्ति के शरीर में सोडियम का स्तर 135 और 145 mEq/L के बीच होना चाहिए। खून में सोडियम कम होते ही शरीर में पानी की मात्रा बढ़ने लगती है और इससे शरीर में सूजन होना शुरू हो जाता है। यह सूजन अगर दिमाग में होता है तो याददाश्त कम होने लगती है और फिर दूसरी मानसिक बीमारियां भी होने लगती हैं।
हाइपोनैट्रीमिया के लक्षण
- मतली और उल्टी
- लगातार सिरदर्द
- गुस्सा आना
- ऊर्जा की कमी
- हमेशा थकान महसूस करना
- बेचैनी और चिड़चिड़ापन
- मांसपेशियों में कमजोरी और ऐंठन
- मिर्गी का दौरा
- कोमा में हो जाना
डॉक्टरों के मुताबिक शरीर को हर दिन 5 ग्राम नमक की जरूरत होती है। पांच ग्राम नमक में 2 ग्राम सोडियम होना चाहिए। ज्यादा नमक खाने से हाई बल्ड प्रेशर होने का खतरा रहता है। जिनके शरीर में नमक कम होता है डॉक्टर ड्रिप चढ़ाकर उसकी कमी पूरी करते हैं।