कई लोगों के शरीर पर खूबसूरती (Beauty) कम करने वाले कुछ खास किस्म के निशान दिखाई पड़ते हैं। इनमें एक निशान स्ट्रेच मार्क (Stretch Marks) होता है, जो पेट, हाथ, पैर, जांघ, बांह और कमर पर आम है। दरअसल, जब स्किन स्ट्रेच करने लगती है तो कोलेजन कमजोर पड़ने लगते हैं जिसकी वजह से फाइन लाइंस दिखने लगती हैं और यही स्ट्रेच मार्क्स (Stretch Marks) के रूप में नजर आते हैं। स्ट्रेच मार्क्स को स्कारिंग भी कहा जाता है।
ये असल में एक तरह के दाग ही होते हैं जो स्किन में अंदर की ओर से बनते हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट के मुताबिक जब स्किन (Skin) का अंदरुनी लेयर खराब होने लगता है तो स्किन के कोलेजन और इलास्टिन स्ट्रक्चर टूटने लगते हैं। लंबे समय तक स्किन के स्ट्रेच होने के कारण ये नेचुरल स्ट्रक्चर टूट जाता है।
स्ट्रेच मार्क्स के बारे में आम धारणा है कि यह वजन बढ़ने पर और मां बनने के बाद महिलाओं को होता है। लेकिन ये आधा सच है। पूरा सच यह है कि यह आम समस्या है और पतले शख्स को भी शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। स्ट्रेच मार्क्स दो तरह के होते हैं एक सफेद और दूसरा रेड या कलर्ड। ये वजन कम होने और वजन बढ़ने दोनों के ही कारण हो सकते हैं। ये निशान पुरुष और महिलाओं दोनों को और शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकते हैं।
स्ट्रेच मार्क्स हमेशा तब होते हैं जब हमारी स्किन एक लंबे वक्त तक गलत तरह से स्ट्रेच होती है और फिर स्किन पर ये मार्क्स छोड़ जाती है। इसमें तेजी से वजन बढ़ना और घटना, प्रेग्नेंसी के दौरान वजन में बदलाव आना, प्यूबर्टी के समय शरीर का बढ़ना या फिर पीरियड्स के दौरान ब्लोटिंग का होना शामिल है।
मोटे व्यक्ति, गर्भवती महिलाओं और ज्यादा वजन वाले के वजन घटने पर स्ट्रेच मार्क्स पड़ने की बात तो समझ में आती है। लेकिन दुबले-पतले लोगों के शरीर पर ऐसे निशान दिखने पर कुछ लोग हैरान हो जाते हैं। लेकिन इसकी बेहद आम वजह है। जो व्यक्ति स्किन को ठीक तरह से मॉइश्चराइज नहीं करते हैं, उनके स्किन में स्ट्रेच मार्क्स जल्दी आ जाते हैं। स्किन अगर ड्राई है तो उसका कोलेजन बहुत ज्यादा डैमेज होगा और उसकी अपर लेयर खराब होगी। ऐसे में डेड स्किन सेल्स भी ज्यादा बनेंगे और स्किन में स्ट्रेच मार्क्स भी बहुत ज्यादा होंगे।
ऐसे लोगों के लिए स्किन रोग से जुड़े जानकार अक्सर एक सलाह देते हैं। सलाह ये कि स्किन में हमेशा तब मॉइश्चराइजर लगाएं, जब वो हल्की नम हो। कोको बटर, शिया बटर, ऑलिव ऑयल, विटामिन-ई ऑयल और अन्य मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल किया जा सकता है। कई बार किसी बीमारी में स्टेरॉइड्स या कुछ खास दवाओं के सेवन से भी स्ट्रेच मार्क्स हो सकते हैं। इसी तरह स्किन इन्फेक्शन पर ध्यान नहीं देने की वजह से भी ऐसे निशान बनने का अंदेशा रहता है।
दाग की जगह पर ये नुस्खे आजमाएं, फायदा पाएं
• आलू का जूस : नहाने से 15 मिनट पहले आलू का जूस लगाने से दाग खत्म हो सकते हैं।
• नींबू का रस : नहाने से 15 मिनट पहले नींबू का रस लगाने से भी फायदा संभव है।
• अंडे की सफेदी : नहाने से 15-20 मिनट पहले अंडे की सफेदी लगाकर गुनगुने पानी से धो सकते हैं।
• एलोवेरा जेल : नहाने से 15 मिनट पहले एलोवेरा जेल लगाने से भी बहुत फायदा मिलेगा।
• नारियल तेल : नहाने के बाद नारियल तेल से हल्की मालिश भी फायदेमंद है।
• बादाम का तेल : नहाने के बाद बादाम तेल से हल्की मालिश भी फायदेमंद है।
• जैतून का तेल : नहाने के बाद जैतून तेल से हल्की मालिश भी फायदेमंद है।
• अरंडी का तेल : नहाने के बाद अरंडी का तेल से हल्की मालिश भी फायदेमंद है।
• कोकोआ बटर : खाली कोकोआ बटर या इसमें नारियल तेल, विटामिन ई मिलाकर मसाज करें।
• हल्दी और चंदन : हल्दी और चंदन के पेस्ट को लगाने से भी स्ट्रेच मार्क्स फीके पड़ते हैं।
स्ट्रेच मार्क्स को हटाने के लिए डाइट पर भी खास ध्यान देने की जरूरत है। स्ट्रेच मार्क्स हटाने के लिए हर दिन कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। इससे स्किन नर्म और मुलायम बनी रहती है। स्किन पर मॉइस्चराइज़ लगाने और खानपान में विटामिन सी, विटामिन ई और ओमेगा-3-फ़ैटी एसिड से भरपूर चीज़ें खाने की भी सलाह दी जाती है।
डिस्क्लेमर- ये सलाह सामान्य जानकारी है और ये किसी इलाज का विकल्प नहीं है।
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