VITAMIN D : भागे अगर धूप से खुद को समेट के, बिस्तर पर होंगे बीमारी सहेज के

Healthy Hindustan
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क्या आप लगातार कमजोरी महसूस करते हैं? क्या आपकी नींद पूरी नहीं होती और हड्डियों में दर्द रहता है? क्या आप डिप्रेशन में रहते हैं या दुखी रहने लगे हैं? अगर आपके बाल झड़ने लगे हों या मांसपेशियां कमजोर हो गई हों या फिर भूख नहीं लगने की परेशानी महसूस कर रहे हों तो आपको सचेत (alert) हो जाना चाहिए। क्योंकि यह विटामिन D की कमी के संकेत हो सकते हैं।
ये तो कुछ बीमारियों के लक्षण भर हैं। हो सकता है कि सर्दियों में किसी को बार बार खांसी जुकाम की समस्या रहती हो और कुछ लोगों को भूलने की भी बीमारी हो। अगर ऐसा है तो आपको डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए।


विटामिन D की कमी के लक्षण
• दिनभर थकान रहना
• ठीक से नींद न आना
• हड्डियों और जोड़ों में दर्द
• भूख नहीं लगना
• बार-बार सर्दी-जुकाम
• याददाश्त कमजोर होना

अगर डॉक्टर ने आपके शरीर में विटामिन D की कमी बताई तो यही मौका है जब आप इसका कुदरती इलाज कर सकते हैं। क्योंकि अब हर वक्त रजाई में रहने का मौसम नहीं रहा और इन दिनों की धूप भी लोगों को खूब भाती है। इसलिए विटामिन D की कमी दूर करने के इस सुनहरे मौके को हाथ से जाने न दें। क्योंकि आपकी जरूरत की विटामिन D दवाई के अलावा धूप में कुछ वक्त बिताने से भी मिल जाएगी। यही वजह है कि विटामिन D को सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है।
विटामिन डी शरीर में कैल्सियम और फॉस्फेट की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह हड्डियों, दांत और मांसपेशियों की सेहत में सुधार करने में मदद करता है, जिससे बच्चों में रिकेट्स और वयस्कों में ऑस्टियोमेलेसिया की स्थिति से बचा जा सकता है।

विटामिन D के स्रोत
• गाय का दूध, दही, मक्खन 
• सालमन, सार्डीन्स, मैकेरल, हिल्सा जैसी मछली 
• रेड मीट 
• कलेजी
• अंडे की ज़र्दी 
• नाश्ते में खाया जाने वाला सीरियल और फैट स्प्रेड 
• कॉड लिवर ऑयल 
• सोया प्रोडक्ट्स 
• ऑयस्टर


सर्दियो में विटामिन D की कमी ज्यादा
सर्दियों में जब धूप की ज्यादा जरूरत महसूस होती है लोग रजाई में दुबके रहते हैं। एक रिसर्च से भी इसकी पुष्टि होती है जिसके मुताबिक सर्दियों में आधे से ज्यादा (57%) एशियाई लोगों में विटामिन D की गंभीर कमी होती है। गर्मियों में यह आंकड़ा 51% हो जाता है और काले लोगों के लिए यह आंकड़ा 38.5% है। वैज्ञानिकों ने बताया कि विटामिन D की कमी वाले 60 साल से ज्यादा के लोगों में मानसिक कमजोरी बढ़ती है, जिसमें एक डिमेंशिया भी है।

क्या है डिमेंशिया?
डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति की न केवल याददाश्त कमजोर होती है, बल्कि दिमाग की सामंजस्य बैठाने की क्षमता भी घटती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक दुनिया में 5.5 करोड़ लोग डिमेंशिया से पीड़ित हैं। भूलने की बीमारी के ज्यादातर मरीज बुजुर्ग ही होते हैं। WHO के मुताबिक, साल 2030 तक मरीजों की संख्या बढ़कर 7.8 करोड़ हो जाएगी।
मस्तिष्क के 4 हिस्सों पर रिसर्च
1997 में यह जानने के लिए एक रिसर्च की गई कि विटामिन D का भूलने की बीमारी पर क्या असर होता है। रिसर्च टीम ने दिमाग के चार इलाकों में विटामिन D के स्तर को देखा। दो अल्जाइमर से जुड़े थे। एक को डिमेंशिया के लिए जाना जाता है, जबकि दूसरे को उम्र के साथ याद्दाश्त में गिरावट से जुड़ा नहीं माना जाता। रिसर्चर्स ने पाया कि विटामिन D जिन लोगों में ज्यादा था, उनकी याद्दाश्त अच्छी थी।
इसी तरह का एक रिसर्च जर्मनी में हुआ जिसमें विटामिन D की कमी से अल्जाइमर डिमेंशिया का खतरा पाया गया। 1,334 लोगों पर हुए रिसर्च में शामिल लोगों की औसत उम्र 84 साल थी। इस रिसर्च में शामिल लोगों का फॉलोअप करीब सात साल तक किया गया। इस रिसर्च में पाया गया कि डिमेंशिया की बीमारी पूरी तरह से विटामिन D की कमी से जुड़ी हुई है। इससे जाहिर हुआ कि दिमाग को सही रखने में विटामिन D की भूमिका अहम है।

76 प्रतिशत भारतीयों में विटामिन डी की कमी
एक्सपर्ट के मुताबिक भारत में अधिकतर समय मौसम गर्म और धूप खिली रहती है। इसके बावजूद 76 फीसदी भारतीयों में विटामिन D की कमी देखने को मिलती है। इसके पीछे का कारण सही डाइट का नहीं लेना, घर के अंदर रहना, धूप में निकलने पर त्वचा को कालेपन से बचने के लिए हाथ चेहरे को पूरी तरह से ढक लेना और प्रदूषण समेत और भी कई कारण हो सकते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक रोजाना 30 मिनट तक धूप में रहने से आपको दिन भर के लिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मिल सकता है।

दुनिया के 100 करोड़ लोगों में विटामिन D की कमी
नेचर जर्नल में छ्पी एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में 100 करोड़ लोग विटामिन D की कमी के शिकार हैं। भारत की बात करें तो 49 करोड़ लोगों में पर्याप्त विटामिन D नहीं है। इनमें 31% बच्चे और किशोर हैं। इस विटामिन की कमी से बच्चों को रिकेट्स (सूखा रोग) जैसी बीमारी हो सकती है। दुनिया में विटामिन D का सबसे अच्छा स्रोत सूरज की रोशनी यानी धूप है। इसलिए धूप का आनंद लें। यह आपके शरीर में विटामिन D की कमी पूरा करता है। अमेरिका की टफ्ट्स यूनिवर्सिटी की रिसर्च के मुताबिक विटामिन D डिमेंशिया का खतरा 33% तक कम करता है। जब सिर पर सूरज का साया हो, तब विटामिन D की कमी से बीमार होना; इसे तो खुद पर नाइंसाफी ही कहा जाएगा।

विटामिन D वाले फल
• संतरा
• केला
• पपीता
• तरबूज
• सेब
• कीवी

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