Motion Sickness : सफर के दौरान अगर आती है उलटी तो घरेलू उपाय साबित होंगे रामबाण

Healthy Hindustan
4 Min Read
Courtesy : Freepik

क्या आपको बस या कार में सफर के दौरान मितली यानी उलटी (Vomiting) आती है? क्या इस दौरान आपको चक्कर और बेचैनी जैसे लक्षण उभरते हैं? क्या ऐसे ही लक्षण आप ट्रेन और फ्लाइट में भी यात्रा के दौरान महसूस करते हैं? अगर ऐसा है तो आप मोशन सिकनेस से पीड़ित हो सकते हैं। कुछ लोगों को लंबी यात्रा में इस तरह के लक्षण उभरते हैं तो कुछ को पहाड़ी इलाकों की यात्रा में तो कई लोगों को छोटी ट्रिप के दौरान।
मोशन सिकनेस की वजह से कई लोग यात्राओं से बचने की कोशिश करते हैं। लेकिन मोशन सिकनेस कोई बीमारी नहीं। यह एक खास स्थिति है जब पीड़ित के दिमाग को भीतरी कान, आंख और त्वचा से अलग-अलग सिग्नल मिलते हैं। जिससे सेंट्रल नर्वस सिस्टम दुविधा में पड़ जाता है।

मोशन सिकनेस के लक्षण
• उलटी होना
• चक्कर आना
• आलस आना
• थकावट होना
• पेट में दर्द
• अपच
• चिड़चिड़ापन
• बीमार जैसा महसूस करना

सफर में उलटी के कारण
दिल्ली मेडिकल असोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल बंसल के मुताबिक मोशन सिकनेस तब होता है जब मस्तिष्क को कान के अंदरुनी हिस्से, आंखों, जोड़ों और मांसपेशियों की नसों से परस्पर विरोधी जानकारी मिलने लगते हैं। इसकी वजह आंतरिक कान में सेंस मोशन होना है, लेकिन आंख और शरीर के पास ऐसा नहीं होता। इसलिए ये सब विरोधाभासी जानकारी दिमाग को भेजते हैं जिसकी वजह से पेट में हलचल-सी मच जाती है। जवाब में शरीर से ठंडा पसीना निकलने लगता है। इसके बाद हद से ज्यादा थकान और अरुचि होने लगती है। सबसे अंत में उलटी होती है।

जिन लोगों को यात्रा में मोशन सिकनेस की परेशानी आती है उन्हें किसी भी बड़े वाहन की पीछे की सीट पर बैठने से परहेज करना चाहिए। असल में, पीछे की सीट पर बैठने से वाहन की गति का अहसास ज्यादा होता है। बेहतर होगा कि यात्रा के दौरान वाहन में बीच की सीट पर बैठें। इसी तरह कार में फ्रंट सीट पर ही बैठने से भी मोशन सिकनेस का असर कम हो सकता है। इसके अलावा सफर के दौरान किताब नहीं पढ़ना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से दिमाग को गलत संदेश मिलता है। वाहन की खिड़की का शीशा खुला रखने से ताजी हवा मिलती रहती है और बाहर की ओर मुंह करके बैठने से यह मोशन सिकनेस के असर को कम करती है। इसके अलावा खाली पेट सफर कभी ना करें, लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं कि हेवी डाइट लेकर सफर करें। डिहाइड्रेशन के कारण मोशन सिकनेस के लक्षण बढ़ जाते हैं, इसलिए पर्याप्त पानी या लिक्विड चीजें लेकर हाइड्रेटेड रहना चाहिए। नींबू, पुदीने का रस और काला नमक मिले पानी का घूंट भी मोशन सिकनेस में फायदेमंद रहता है।

मोशन सिकनेस से छुटकारे के टिप्स 
अदरक : लक्षण दिखने पर अदरक का एक छोटा टुकड़ा मुंह में रख लें 
पेपरमेंट : रुमाल पर पेंपरमेंट ऑयल की 2-3 बूंदें डालकर सूंघते रहें 
नींबू : सफर के दौरान नींबू सूंघने या आधा काटकर चूसने से भी राहत मिलती है 
लौंग : भूने लौंग को पीसकर साथ रखें और यात्रा के दौरान चीनी या काले नमक के साथ चूसें 
तुलसी : यात्रा के दौरान तुलसी के पत्ते खाने से भी मोशन सिकनेस में राहत मिलती है 
सौंफ : गैस और सूजन को कम करने वाला कार्मिनेटिव गुण की वजह से सौंफ चबाना भी फायदेमंद है 

डिस्क्लेमर- ये सलाह सामान्य जानकारी है और ये किसी इलाज का विकल्प नहीं है।

Follow

Subscribe to notifications

Most Viewed Posts

Share this Article
1 Comment
चमकती स्किन के लिए क्या खाएं किस तरह के तेल से करें मसाज ? क्या है निगेटिव कैलोरी फूड ऑयल मसाज ब्लॉकेज हटा कर ब्लड सर्कुलेशन ठीक करता है पांच बैक्टीरिया जो हर साल भारत में लाखों लोगों की लेते हैं जान
adbanner