CORONA : हल्के में लेने वालों का हश्र देखेंगे तो उड़ जाएंगे होश, बदनाम भले ही चीन है लेकिन इन देशों का तो उससे भी बुरा हाल है

Healthy Hindustan
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चीन ही नहीं, पूरी दुनिया में कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। कहीं वायरस कहर बन कर टूट चुका है, कहीं घुस चुका है, कहीं दस्तक दे रहा है तो कहीं पर पैठ बनाने की ताक में है। चीन की सरकार तो अपने देश के सही आंकड़े देने से रही, लेकिन Worldometers.info ने जो बताया है उसके मुताबिक पिछले 24 घंटे में पूरी दुनिया में कोरोना के 5,86,296 नए मामले सामने आए। यानी दुनिया की असली सूरत-ए-हाल कुछ और है।


कोरोना की दुनिया में असली तस्वीर क्या है, ये विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट बताती है। WHO की 21 दिसंबर को जारी वीकली रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इसमें कहा गया है कि पिछले 28 दिनों में लैटिन अमेरिकी देशों में चीन के मुकाबले दोगुनी रफ्तार से कोरोना फैल रहा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक वेस्टर्न पैसिफिक और अमेरिकी रीजन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 28 दिनों में वेस्टर्न पैसिफिक रीजन यानी चीन और आस-पास के इलाकों में कोरोना के नए मामले 44% बढ़े हैं। वहीं लैटिन अमेरिकी इलाके में कोरोना के नए मामले 87% की दर से बढ़े हैं। यानी पिछले 28 दिनों में लैटिन अमेरिका में चीन के मुकाबले कोरोना फैलने की रफ्तार करीब दोगुनी है। वेस्टर्न पैसिफिक रीजन में चीन, जापान, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया समेत 35 देश शामिल हैं। अमेरिकी रीजन में अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको के अलावा लैटिन और कैरिबियाई द्वीपों के 56 देश शामिल हैं।

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जहां तक कोरोना से मौत का सवाल है तो वेस्टर्न पैसिफिक यानी चीन रीजन में इन्फेक्शन से सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं। पिछले 28 दिनों में यहां कोरोना वायरस इन्फेक्शन से मौतों में 49% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, अमेरिका और कैरिबियाई देशों में इतने ही दिनों में 13% मौत के मामले बढ़े हैं। बीते 28 दिनों में यूरोप में कोरोना संक्रमण से मौतों में 25% की कमी आई है। वहीं, साउथ-ईस्ट एशिया में संक्रमण से मौतों के आंकड़े में 45% तक की कमी आई है। भारत साउथ ईस्ट एशिया रीजन का ही हिस्सा है।
कोरोना वर्ल्ड स्पीडोमीटर के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना से अमेरिका में बीते 24 घंटे में 326, फ्रांस में 127, ब्राजील में 197, साउथ कोरिया में 59, जापान में 296 और रूस में 59 मौतें हुईं। अब Worldometers.info के डेटा के मुताबिक कोरोना के मरीजों की संख्या जापान में 10 लाख 65 हजार,


दक्षिण कोरिया में 4 लाख 61 हजार और फ्रांस में 3 लाख 58 हजार हैं। ये वो देश हैं जो कुछ महीने पहले तक कोरोना की मौत की मुनादी करने लगे थे। लेकिन कोरोना लौटा और ओमिक्रॉन के नए सब वैरियंट BF.7 के रूप में इस तरह लौटा कि लाशें बिछने लगीं। अब तक ये वायरस भारत, अमेरिका, UK, बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस, डेनमार्क समेत कई यूरोपीय देशों में फैल चुका है।
अमेरिका में कोरोना की चपेट में आने वालों का आंकड़ा 10 करोड़ के पार जा चुका है। फ्रांस में 16 दिसंबर कोरोना के 57,849 मामले सामने आए, तो दक्षिण कोरिया में 20 दिसंबर को 87,759 मामले सामने आए और 56 लोगों की मौत हुई। साफ है, जो हल्के में ले रहे थे या जो कोरोना के मामले को दबाने की कोशिश कर रहे थे, वो अब भुगत रहे हैं। जरूरत इसे दबाने या छुपाने की नहीं बल्कि इससे मुकाबला करने की है। वो भी ईमानदारी से।

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